आज हिन्दी भाषा शिक्षण की महती आवश्यकता व महत्वपूर्ण भूमिका के कारण शिक्षकों पर दिन-प्रति-दिन यह दबाव पड़ रहा है कि उन्हें परम्परागत विधि त्याग कर नवीन विकसित विधियों को अपनाना चाहिए, किन्तु इन नवीन विकसित विधियों को सही व वैज्ञानिक ढंग से प्रस्तुत अधिगम में वृद्धि करना भी आवश्यक है। शिक्षण अधिगम की इन्हीं अवधारणाओं को ध्यान में रखकर यह शोधकार्य किया गया है। प्रस्तुत शोध कार्य में भोपाल जिले के 5 सी.बी.एस.ई. व 5 म.प्र. बोर्ड के विद्यालयों से कक्षा 8 के 20 छात्र व 20 छात्राओं का चयन किया गया।